अलंकार अर्थात गहना जिस प्रकार मनुष्य अपने आप को सजाने के लिए अलंकारों का प्रयोग करता है उसी प्रकार काव्य को सजाने के लिए अलंकारों का प्रयोग किया जाता है |
अनुप्रास अलंकार
जब एक ही वर्ण की आवृत्ति दो या दो से ज्यादा बार हो तब अनुप्रास अलंकार होता है | जैसे -
चारु चंद्र की चंचल किरणे खेल रही थी जल थल में - -- रेखांकित में च और ल वर्ण की आवृत्ति होने के कारण यहाँ अनुप्रास अलंकार है |
पुनरुक्ति अलंकार
जब एक ही शब्द दो या दो से ज्यादा बार आये तब पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार होता है जैसे -- पल - पल परिवर्तित प्रकृति वेश
एक ही शब्द की दो बार आवृति होने के कारण यहाँ पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार होगा |
उपमा अलंकार
जब उपमेय की उपमान से तुलना की जाती है तब उपमा अलंकार होता है पहचान के लिए इसमें सा - सी - से - समान - के समान -जैसे शब्द जहाँ आते हैं वहाँ उपमा अलंकार होता है |
जैसे --संध्या सुंदरी आसमान से उतर रही थी
परी -सी
धीरे- धीरे - धीरे
में परी -सी उपमा अलंकार का उदाहरण है |
अनुप्रास अलंकार
जब एक ही वर्ण की आवृत्ति दो या दो से ज्यादा बार हो तब अनुप्रास अलंकार होता है | जैसे -
चारु चंद्र की चंचल किरणे खेल रही थी जल थल में - -- रेखांकित में च और ल वर्ण की आवृत्ति होने के कारण यहाँ अनुप्रास अलंकार है |
पुनरुक्ति अलंकार
जब एक ही शब्द दो या दो से ज्यादा बार आये तब पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार होता है जैसे -- पल - पल परिवर्तित प्रकृति वेश
एक ही शब्द की दो बार आवृति होने के कारण यहाँ पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार होगा |
उपमा अलंकार
जब उपमेय की उपमान से तुलना की जाती है तब उपमा अलंकार होता है पहचान के लिए इसमें सा - सी - से - समान - के समान -जैसे शब्द जहाँ आते हैं वहाँ उपमा अलंकार होता है |
जैसे --संध्या सुंदरी आसमान से उतर रही थी
परी -सी
धीरे- धीरे - धीरे
में परी -सी उपमा अलंकार का उदाहरण है |
0 comments :
Post a Comment